केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी ने की टिपण्णी : भारत ने जताया कडा विरोध

 - केजरीवाल की गिरफ्तारी मामले में जर्मनी की टिप्पणी के बाद, भारत ने इसे ठुकरा दिया है। इसके बाद जर्मन दूतावास के डिप्टी हेड ऑफ मिशन जॉर्ज एनजवीर ने दिल्ली में विदेश मंत्रालय (एमईए) की ओर से यात्रा की है। 

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दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया है, लेकिन वह अब भी निर्दोष होने का दावा कर रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी पर जर्मन विदेश मंत्रालय की टिप्पणी के बाद भारत ने इसका ख़राब प्रभाव दिखाया है। भारत का मानना है कि यह हमारे देश का आंतरिक मामला है और जर्मनी को इसमें हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। केवल भारतीय न्याय प्रणाली को ही इस मामले में निर्णय लेने का अधिकार है। इस परिस्थिति में भारत और जर्मनी के बीच नए संबंधों की उम्मीद कमजोर हो गई है।

भारत के आंतरिक मामालोमे बोली जर्मनी :


- जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अरविंद केजरीवाल को लेकर दिए गये बयान के बाद भारत ने जर्मनी के डिप्टी दूत को तलब किया है और समन भेजा है। दरअसल, जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सेबस्टियन फिशर एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था, कि जर्मन संघीय सरकार ने केजरीवाल की गिरफ्तारी का आकलन कैसे किया है, कि यह गिरफ्तारी आम चुनाव से कुछ हफ्ते पहले हुई है और भारतीय विपक्ष इसे राजनीति से प्रेरित मानता है।

- उन्होंने अगले शब्दों में कहा, कि केजरीवाल "निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं" और "किसी भी प्रतिबंध के बिना सभी मौजूदा कानूनी उपायों का उपयोग करने का अधिकार है।" फिशर ने आगे कहा, "निर्दोषता का अनुमान कानून के शासन का एक महत्वपूर्ण तत्व है और इसे इस मामले में लागू होना चाहिए (केजरीवाल के मामले में)।"
केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा, उनकी AAP सरकार को भी इस मामले में शामिल किया गया है। इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं और उन्हें जेल में बंद किया गया है। उनकी जमानत याचिका भी कई बार खारिज हो चुकी है।

भारत ने किया विरोध ( जर्मनी की टिप्पणियों पे ) :


अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसके बाद विपक्ष ने इसकी कड़ी निंदा की है और इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। केजरीवाल को कल राउज एवेन्यू के पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था, जहां अदालत से ईडी ने उनकी 10 दिन की रिमांड मांगी थी और कोर्ट ने ईडी को केजरीवाल को 7 दिन की हिरासत दी है। इसके बाद जर्मनी ने इस मामले में टिप्पणी की है, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया है। भारत के विरोध के बाद जर्मन दूतावास के डिप्टी हेड ऑफ मिशन जॉर्ज एनजवीर दिल्ली में विदेश मंत्रालय (एमईए) पहुंचे |

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