Punjab Lok Shabha Election 2024 :
- पंजाब लोकसभा चुनाव में एक नई बात सामने आई है - शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठबंधन की तस्वीर साफ हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस बात की घोषणा की है कि पंजाब में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। यह बहुत लंबे समय से चर्चा का विषय था कि शिरोमणि अकाली दल और भाजपा क्या एक साथ चुनाव लड़ेंगे या नहीं। लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों पार्टियाँ अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी।
- भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने घोषणा की है कि वे पंजाब की 13 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेंगे। यह घोषणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने एक वीडियो के माध्यम से की है। पहले तो पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के गठबंधन की चर्चा चल रही थी, लेकिन अब यह गठबंधन टूट चुका है। इसलिए भाजपा ने फैसला लिया है कि वे अकेले ही चुनाव लड़ेंगे।
#WATCH | BJP to contest the Lok Sabha elections alone in Punjab, says State BJP President Sunil Jakhar in a video posted on X. pic.twitter.com/P6tG98GKni
— ANI (@ANI) March 26, 2024
- सुनील जाखड़ ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि भा.ज.पा. ने लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के बाद यह निर्णय लिया है। जाखड़ ने इसके साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भा.ज.पा. ने किए गए काम किसी से छिपे नहीं हैं। उन्होंने इसके अलावा बताया कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी गई है।
गठबंधन की बातचीत :
- पंजाब के लोगों को बहुत समय से यह आशा थी कि शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के बीच गठबंधन होगा। लेकिन गठबंधन की बातचीत में शिरोमणि अकाली दल ने कई मांगें रखीं, जैसे कि एमएसपी और बंदी सिखों के लिए शर्तें। इसके बाद, दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की राह मुश्किल हो गई। शिरोमणि अकाली दल ने अपनी मांगों को लेकर अपनी ज़िद दिखाई और इससे गठबंधन की संभावना कम हो गई।
गठबंधन का इंतज़ार कोंग्रेस भी कर रही थी:
- कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और अब वह खुद को एक मजबूत प्रतिद्वंदी के रूप में प्रस्तुत कर रही है। उन्होंने यह माना है कि अगर शिवसेना-भाजपा का गठबंधन होता तो उनका मुकाबला गठबंधन के साथ होता। इसलिए, अब गठबंधन की तस्वीर साफ हो गई है और इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस अब आम आदमी पार्टी के साथ मुकाबला करेगी।
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